प्रेगनेंसी के बाद शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलावों के कारण कई तरह शारीरिक बदलाव देखने को मिलते हैं। जी मिचलाना, उल्टी होना, कमर दर्द आदि समस्या भी शारीरिक बदलाओं के कारण ही होती है। ऐसे ही शारीरिक बदलावों में एक बदलाव शरीर में कुछ अंगों में सूजन आना भी है, हालांकि ये सूजन नार्मल होती है और स्वतः ही ठीक हो जाती है।
पैर-
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं के पैरों में सूजन आती है जिसका मुख्य कारण यूरिन में प्रोटीन की मात्रा का बढ़ना या शरीर में पानी का जमना होता है। पैरों की मालिश करने से इस सूजन की समस्या से आराम मिलता है। आप चाहें तो अपने पैरों को गुनगुने पानी में डुबोकर रख सकती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में तेजी आती है जिससे पैरों की सूजन दूर हो जाती है।
चेहरे पर-
गर्भवती महिलाओं के चेहरे पर भी सूजन आ जाती है जिसका कारण भी शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव होते हैं। चेहरे की सूजन को कम करने के लिए आप फेसिअल एक्सरसाइज कर सकती हैं।
मसूड़ों में-
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं के मसूड़ों में सूजन आ जाती है जो कि शरीर में हो रहे एक सामान्य बदलावों में से एक है। लेकिन कई बार सूजन बढ़ने से मसूड़ों में खून भी आने लगता है, यह स्थिति तकलीफदेह भी हो सकती है। ऐसे में यदि आपकी तकलीफ बढ़ जाती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।