अमेरिका ने चीन को अपना सबसे बड़ा शत्रु घोषित करने की पूरी तैयारी कर ली है। ट्रंप सरकार ने फैसला लिया है कि शत्रु अधिनियम के तहत शी जिनपिंग को जल्द ही अमेरिकी सरकार के किसी भी दस्तावेज में चीन का राष्ट्रपति नहीं कहा जाएगा। हालांकि, अभी तक इस बाबत कोई कानून पास नहीं हुआ है।
वाशिंगटन में सांसदों ने संघीय सरकार द्वारा चीन के शीर्ष नेता को संदर्भित करने के तरीके को बदलने के लिए विधेयक पेश किया। जिसमें राष्ट्रपति शब्द के उपयोग पर रोक की बात कही गई। जिसमें कहा गया है चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में भूमिका अनुसार चीन के शीर्ष नेता को संदर्भित किया जाना चाहिए।
मौजूदा समय में चीन के शीर्ष नेता शी जिनपिंग तीन आधिकारिक उपाधि रखते हैं, जिनमें से कोई भी राष्ट्रपति नहीं है। अभी तक उन्हें शीर्ष नेता, केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष और कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के रूप में संबोधित किया जाता है। लेकिन अंग्रेजी देश आमतौर पर चीन के शीर्ष नेता को राष्ट्रपति कहते है। आलोचकों का मानना है कि जनता द्वारा निर्वाचित नेता के लिए राष्ट्रपति शब्द इस्तेमाल होता है, ऐसे में जिनपिंग को राष्ट्रपति कहना गलत होगा।
अधिनियम में कहा गया है कि चीन के शीर्ष नेता को राष्ट्रपति के रूप में संबोधित करने से यह धारणा बनती है कि देश के लोगों ने उन्हें लोकतांत्रिक माध्यम से चुना है। यह धारणा गलत है। इसे स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं माना जा सकता। अधिनियम को रिपब्लिकन पार्टी के सांसद स्कॉट पेरी ने पेश किया है।
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