सम्पादकीय

March, 2024

  • 7 March

    महिलाओं का सम्मान सिर्फ एक महिला दिवस तक सीमित ना रहे: रश्मि देसाई

    मुंबई (अनिल बेदाग) : रश्मि देसाई भारतीय मनोरंजन उद्योग में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली और प्रशंसित अभिनेत्रियों में से एक हैं और हम सभी सही कारणों से उनसे सच्चा प्यार करते हैं। दिवा निश्चित रूप से भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक बड़ी ताकत रही हैं और उनकी सफलता भारतीय मनोरंजन क्षेत्र में उनकी यात्रा के बारे में बताती …

February, 2024

  • 18 February

    चुनावी बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट की रोक से कितना पड़ेगा चुनाव पर असर

    चुनावी बॉन्ड भारत के किसी भी नागरिक या देश में स्थापित ईकाई द्वारा खरीदा जा सकता था। कोई भी व्यक्ति अकेले या अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर चुनावी बॉन्ड खरीद सकता था। सर्वोच्च न्यायालय ने 15 फरवरी, 2024 को सुनाए अपने ऐतिहासिक फ़ैसले में भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा जारी किये गये इलेक्टोरल (चुनावी) बॉण्ड्स योजना पर रोक लगा …

  • 9 February

    पटाखा फैक्ट्रियों में खाक होती जिंदगी

    मध्य प्रदेश राज्य के हरदा जिले में मगरथा रोड पर स्थित पटाखा फैक्टरी में हुए भीषण विस्फोट में ग्यारह लोगों की मौत और पांच दर्जन से अधिक लोगों का बुरी तरह झुलसना रेखांकित करता है कि मौत का सबब बन रहे पटाखा फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा का इंतजाम न के बराबर है। बताया जा रहा है …

  • 9 February

    श्वेतपत्र की तुलना ब्लैक पेपर से करने पर कितना प्रभाव पडे़गा लोकसभा चुनाव पर?

    लोकसभा चुनाव के पहले ही सरकार और विपक्ष के तेवर आक्रामक हो चले है। मोदी सरकार श्वेत पत्र के जरिए यूपीए सरकार के कार्यकाल का काला चिट्ठा खोलने की तैयारी में है। कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। मोदी सरकार के श्वेत पत्र के जवाब में कांग्रेस ने ब्लैक पेपर लाने की बात कही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन …

  • 8 February

    समान नागरिक संहिता विधेयक पारित होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को किया गया सम्मानित

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गुरूवार को सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में प्रदेश में समान नागरिक संहिता विधेयक विधान सभा से पारित होने पर गर्मजोशी से स्वागत के साथ सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्वर्णिम देवभूमि परिषद द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में बडी संख्या में बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों एवं अन्य गणमान्य लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रदेश में …

January, 2024

October, 2023

September, 2023

  • 23 September

    एक साथ चुनाव भारत के लोकतंत्र के लिए हानिकारक क्यों?

    एक साथ चुनावों से देश की संघवाद को चुनौती मिलने की भी आशंका है। एक साथ चुनाव होने से लोकतंत्र के इन विशिष्ट मंचों और क्षेत्रों के धुंधला होने का खतरा है, साथ ही यह जोखिम भी है कि राज्य-स्तरीय मुद्दे राष्ट्रीय मुद्दों में समाहित हो जाएंगे। अगर लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ करवाए गए तो ज्यादा संभावना …

August, 2023

  • 21 August

    वरिष्ठ नागरिक दिवस: घर की दहलीज से दूर होते बुजुर्ग

    घर के बुजुर्गों को परिवार की नींव कहा जाता है, बुजुर्गों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए उनसे सलाह लेनी चाहिए। उनका स्नेह और प्यार अनमोल है। हमारे देश में बुजुर्ग तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन उनके लिए उपलब्ध संसाधन कम होते जा रहें  हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेवारी बनती है कि उन्हें  एक तरफ रखने के बजाय उनकी  शारीरिक और …

  • 20 August

    बिंदेश्वर पाठक ने गांधी के स्वच्छता अभियान को ज़मीनी स्तर पर कार्यान्वित किया

    बिंदेश्वर पाठक जैसी युगांतकारी शख्सियत सदियों में जन्म लेती हैं। स्वाधीनता दिवस के दिन झंडारोहण के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और फिर वे कुछ देर के बाद संसार से विदा हो गए। स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने अपने सुलभ ग्राम में एक कवि सम्मेलन करवाया था। वहां पर तमाम कवियों से मिले और उनकी देश भक्ति से ओत-प्रोत …

  • 19 August

    कम नियमों से ही होगा ‘विश्वास-आधारित शासन’

    जन विश्वास विधेयक का उद्देश्य पर्यावरण, कृषि, मीडिया, उद्योग और व्यापार, प्रकाशन और अन्य डोमेन को नियंत्रित करने वाले 42 कानूनों में से लगभग 180 अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करना है, जो देश में व्यापार करने में आसानी में बाधाएं पैदा करते हैं। इसका उद्देश्य व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने और जनता की भलाई में सुधार …

  • 19 August

    हिमाचल और उत्तराखंड त्रासदी: हम प्रकृति को मार रहे हैं, वो हमें मार रही है

    हिमाचल प्रदेश में बारिश और उसके बाद हुए भूस्खलन में कम से कम 75 लोगों की जान जाने के बाद वहाँ की सरकार ने वहाँ राज्य स्तरीय आपदा घोषित कर दी. उत्तराखंड में भी हाल कुछ मिलता जुलता ही है. विशेषज्ञों की मानें तो हम प्रकृति को मार रहे हैं, वो हमें मार रही है. उनका मानना है कि अब …