ठंड आते ही बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो बुजुर्गों को होती है। ठंड के कारण शरीर का नीला पड़ना, हाई-बीपी, ब्लड शुगर के स्तर में गड़बड़ी, धड़कन तेज होना, सांस लेने में दिक्कत और कई बार शरीर के तापमान में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव जैसी परेशानियां होने लगती हैं। थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है, ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप खुद सावधानी बरतें। ये कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं जिन्हें आदत में शुमार करके आप सर्दी की मार से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
पानी गुनगुना करके पिये
ठंड मे पानी को थोड़ा गुनगुना करके पिये, ये आपको गले की ख़राश और दिक्कतों से दूर रखेगी |
नियमित रूप से करे शरीर की तेल से मालिश
ठंड मे सारसो की तेल से रोजाना मालिश करने से शरीर मे गरमाहट बनी रहती है और ठंड से बचाती है |रोजाना मालिश त्वचा के लिए भी लाभदायक होता है, नसों की समस्या भी दूर रहती है |
शरीर को गर्म कपड़े से ढककर रखे
बाहर गाड़ी चला रहे हों या घर पर हों, हाथ और पैरों को ठंड से बचाने के लिए ढककर जरूर रखें। पैरों व हाथों की अंगुलियां नीली पड़ना, दर्द और खुजली होने की दिक्कतों से बचने के लिए मोजे और दस्ताने जरूर पहनें। यदि दिक्कत ज्यादा है तो गुनगुने पानी से 10-12 मिनट सिकाई करें।
मौसमी फल और सब्जियां खाएं
शरीर में ऊर्जा बढ़ाने व रोग प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रखने के लिए मौसमी फल (संतरा, अमरूद, पपीता, चीकू) और सब्जियां (पालक, चुकंदर, आंवला, गाजर) लें। सब्जियों का सूप अवश्य पीएं।
धूप निकलने के बाद टहलें
अगर आप अस्थमा या सांस संबंधी रोग से पीड़ित हैं तो सुबह की बजाय हल्की धूप निकलने पर ही टहलने जाएं। सुबह की सर्द हवा सांस की नली में आपकी दिक्कत बढ़ा सकती है, जिससे हृदयरोगियों की परेशानी बढ़ सकती है। सुबह 8 से 10 बजे के बीच धूप लेने से अधिक विटामिन-डी की पूर्ति होती है।
हर्बल चीजों का करें इस्तेमाल
खांसी-जुकाम व बुखार जैसी समस्याएं हों तो अदरक, तुलसी, हल्दी और कालीमिर्च जैसी घरेलू चीजों से बना काढ़ा का सेवन कर सकते हैं।
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