प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी मजदूरों और ग्रामीण लोगों को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के लिए शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरूआत की। इस अभियान की शरुआत बिहार के खगडिया जिले की तेलीहर पंचायत से की गई। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इस योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गरीब ग्रामीण जनता के कल्याण और रोजगार के लिए एक व्यापक अभियान की शुरूआत की जा रही है। PM मोदी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों के कौशल के अनुरूप रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
ये अभियान समर्पित है हमारे श्रमिक भाई-बहनों के लिए, हमारे गांवों में रहने वाले नौजवानों, बहनों, बेटियों के लिए। इनमें से ज्यादातर वो श्रमिक हैं जो लॉकडाउन के दौरान अपने घर वापस लौटे हैं। वो अपनी मेहनत और हुनर से अपने गांव के विकास के लिए कुछ करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्णबंदी के कारण कई कुशल कामगार अपने घर लौट आए हैं। ऐसे में सरकार इन कुशल मजदूरों की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में ढांचागत निर्माण को बढ़ावा देकर संकट की इस घड़ी को अवसर में बदलना चाहती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि मजदूरों को उनके घर के पास ही रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि अब तक ये मजदूर शहरों के विकास में योगदान देते रहे लेकिन अब वे अपने गांवों का विकास करेंगे।
नेपाल की सत्ताधारी पार्टी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से ले रही शासन करने की ट्रेनिंग, खड़े हुए सवाल