सामान्यतः बीमार लोग बखूबी दवाई लेते है कुछ लोग दवाई पानी के साथ भी लेते है। तो कुछ लोग जूस के साथ लेते हैं और सोचते हैं कि ऐसा करना बहुत अधिक फायदेमंद होगा तो आपको बता दें कि ये बहुत अधिक खतरनाक हो सकता है।
लेकिन क्या आपको यह पता है की जूस के साथ दवा लेने से दवा का असर बहुत कम हो जाता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव और HCFI के अध्यक्ष के मुताबिक, अंगूर का रस शरीर में कुछ दवाओं को सोखने की क्षमता बहुत कम कर सकता है। वहीं संतरे और सेब का जूस भी दवाओं को पूरी तरह सोख लेता है जिससे उनका असर बहुत कम हो जाता है।
रिसर्च के अनुसार, अंगूर, संतरे और सेब का रस कैंसर की दवा एटोपोफोस, बीटा ब्लॉकर दवा एटेनोलोल और एंटी ट्रांसप्लांट रिजेक्शन ड्रग सिस्लोस्पोरीन, सिप्रोफ्लॉक्सासिन, लिवोफ्लॉक्सासिन व इट्राकॉनाजोल जैसे एंटीबायोटिक्स का असर बहुत कम कर देता है।
शोध के दौरान जब एलर्जी की दवा फेक्सोफेनाडाईन सादे पानी और अंगूर के रस के साथ ली गई तो पाया गया कि अंगूर के रस के साथ दवा लेने वालों में दवा का असर बहुत ही आधा हुआ।
आमतौर पर पानी के साथ दवा लेना पूरी तरह सुरक्षित होता है। एक घूंट के बजाय एक गिलास पानी बहुत बेहतर होता है, क्योंकि यह दवा को घुलने में बहुत मदद करता है। ठंडे पानी की बजाए गर्म पानी ज्यादा अच्छा रहता है।