आईपीएल के मौजूदा सीजन में शुक्रवार को हुए मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने तीन बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को 44 रनों से हरा शानदार जीत हासिल की। श्रेयस अय्यर की कप्तानी में दिल्ली ने अपना विजयी अभियान जारी रख प्वॉइंट टेबल में नंबर वन पर कब्जा कर लिया है। वही चेन्नई की टीम का फ्लॉप प्रदर्शन जारी रहा। आइए नजर डालते हैं उन कारणों पर जिसकी वजह से चेन्नई को दिल्ली के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा:-
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी
पिछले तीन मैचों से यही देखा जा रहा है कि ओस के बाद भी पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिल रही है। टॉस जीतने के बाद धोनी ने कहा भी था कि पिछले कुछ मैचों में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमें हारी है, लेकिन ओस के फैक्ट को नकारा नहीं जा सकता। अपनी इस समझ के बाबजूद धोनी ने शारजाह में हुई गलती को फिर से दोहराया। दिल्ली ने पहले खेलते हुए 175 रनों का मजबूत स्कोर बनाया और चन्नेई को महज 131 रन पर रोक दिया।
दिल्ली की ओपनिंग पार्टनरशिप
दिल्ली के लिए सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के बल्ले से रन निकलने की उम्मीद चेन्नई को नहीं होगी। पृथ्वी ने धवन के साथ मिलकर 94 रन की साझेदारी की। जिसके बाद दिल्ली के लिए मुकाबला मुश्किल हो गया। इस साझेदारी के बाद से ही चेन्नई सुपरकिंग्स को मैच में वापसी का कोई अवसर नहीं मिल पाया।
शेन वॉटसन की छोटी पारी
चेन्नई के ओपनर शेन वॉटसन शुरुआत में अच्छे शॉट्स खेलकर जल्दी आउट हो रहे है। दिल्ली के खिलाफ मैच में भी उन्होंने शिमरोन हेटमायर को आसान कैच थमा दिया। ऐसे में यदि ओपनर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहेगा तो टीम कैसे सम्भलेगी। ऐसी स्तिथि में लक्ष्य का पीछा करने में मुश्किल आती है।
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