जयपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर लगाई गई तीन दिवसीय ‘मोहन से महात्मा‘ प्रदर्शनी के दूसरे दिन भी सैकड़ों छात्र-छात्राएं, स्काउट-गाइड, युवा, एनजीओ एवं आमजन गांधी के जीवन दर्शन से रूबरू हुए। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, मानटाउन के हॉल में लगाई गई इस प्रदर्शनी के माध्यम से गांधीजी के जीवन परिचय के साथ ही उनके प्रेरणादायी कार्यों और विचारों का प्रभावी दिग्दर्शन किया गया है। तीन दिवसीय इस प्रदर्शनी का समापन शुक्रवार को होगा।
प्रदर्शनी का अवलोकन गुरुवार को कार्यक्रम आयोजन समिति के सह संयोजक विनोद जैन, रामअवतार, ब्रजमोहन सहित अन्य गांधीवादी विचारकों ने किया। इस अवसर पर विनोद जैन ने कहा कि सुव्यवस्थित, भव्य और आकर्षक तरीके से लगाई गई यह प्रदर्शनी जिले में आमजन को गांधी के जीवन और उनके दर्शन को करीब से जानने का अवसर दे रही है।
मोहन से महात्मा का सफरः प्रदर्शनी में 26 पटलों के माध्यम से महात्मा गांधी के बचपन, प्रारम्भिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्रारम्भिक व्यवसाय, भारत आगमन, सत्याग्रही गांधी, दांडी यात्रा, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, स्वतंत्रता संग्राम में गांधी की भूमिका, स्वतंत्रता की घोषणा, भारत का विभाजन आदि ऎतिहासिक कालक्रमों का शब्द एवं चित्र के माध्यम से प्रभावी प्रदर्शन किया गया है। साथ ही इनमें गांधी के दर्शन एवं उनके कालजयी विचारों का भी समावेश किया गया है।
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र्शनी में यंग इंडिया समाचार पत्र में 22 अक्टूबर 1925 को प्रकाशित गांधी द्वारा बताए सात पापों को विशाल बोर्ड पर प्रदर्शित किया गया है जो युवाओं को राजनीति, सम्पत्ति, भोग विलास, शिक्षा, व्यापार, विज्ञान एवं पूजा के संबंध में उचित-अनुचित का भेद बता रहे हैं।
गांधी के जीवन से संबंधित चित्रों को एलईडी मॉनिटर पर दिखाती लघु फिल्म इस प्रदर्शनी के आकर्षण का केन्द्र है। सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, सवाई माधोपुर द्वारा तैयार इस फिल्म के माध्यम से गांधी की जीवन यात्रा का चित्रात्मक प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनी में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों की जानकारी देने वाली पत्रिका राजस्थान सुजस भी उपलब्ध करवाई गई है।