अगर हम संगीत सुनते है तो मन को बहुत शांती मिलती है बल्कि यह रोगों के उपचार में भी बहुत कारगर है। एक शोध में पता चला है कि म्यूजिक थैरेपी से श्वसन संबंध बीमारियों से पूरी तरह निजात मिलता है। अध्ययन के अनुसार संगीत क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के इलाज में बहुत कारगर साबित हो सकता है।
COPD डिजीज में रोगी को सांस की तकलीफ, घरघराहट, खांसी, जुकाम और सीने में जकडन की समस्या होती है और इन लक्षणों के साथ यह बीमारी बहुत बढती रहती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि म्यूजिक थैरेपी से इन समस्याओं के इलाज में बहुत ज्यादा मदद मिल सकती है। इस शोध में COPD से पीडित 68 लोगों को शामिल किया गया।
शोध के दौरान COPD से पीडित इन रोगियों को म्यूजिक सेशन भी दिया गया। साथ ही इनको संगीत से जुडी गतिविधियों में भी शामिल किया गया। शोध में इन रोगियों के स्वास्थ्य में बहुत ज्यादा सुधार देखा गया। श्वसन संबंधी रोगों में म्यूजिक थैरेपी एक व्यापक आधार प्रदान करता है। यह अध्ययन रिस्पाइरेटरी मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।