नई दिल्ली: बीते लोकसभा चुनावो में बीजेपी और मोदी सरकार की ब्रांडिंग करने वाले चुनावी चाणक्य प्रशांत किशोर अचानक से जब जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने गए तो हर कोई हैरान रह गया| लेकिन अब जाकर नितीश कुमार ने इसका खुलासा किया है| उन्होंने कहा की किशोर हमारे लोए नए नहीं है| उन्हें मैं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाऊ इसके लिए दो बार अमित शाह ने मुझे फोन किया| आपको बता दे की अभी तक कहा जाता रहा हैं की अमित शाह और प्रशांत किशोर में आपसी सहमती नही बनती क्योकि बीते चुनावो की जीत का श्रेय शाह ने ले लिया जबकि उसमे काम किशोर ने किया था|
ख़ास उद्देश्य– एक चैनल को दिए इंटरव्यू में नीतीश कुमार ने कहा, ‘प्रशांत किशोर को समाज के सभी तबके से युवा प्रतिभा को राजनीति की ओर आकर्षित करने का काम सौंपा गया है| राजनीतिक परिवारों में नहीं जन्मे लोगों की राजनीति से पहुंच दूर हो गई है| मुझे प्रशांत किशोर से काफी लगाव है, लेकिन, उत्तराधिकारी जैसी बातें हमें नहीं करनी चाहिए। यह राजशाही नहीं है|’
आपको बता दे की
शाह और किशोर में आपसी तनातनी थी क्योकि बीते चुनावो में किशोर कुछ ख़ास सेटअप करना
चाहते थे लेकिन शाह ने ऐसा नहीं करने दिया| इसके बाद वो जेडीयू के साथ चले गए और
उसके लिए कैम्पेन किया और बीजेपी हार गई|