आपने अपने बुजुर्गों से हमेसा यह कहते सुना होगा कि जिस घर में नमक बंधा होता है उस घर में बहुत बरकत रहती है। वहीं, जिस घर में नमक नहीं होता वहां लक्ष्मी वास भी नहीं करतीं। ऐसा माना जाता है कि हल्दी की गाठों में साक्षात भगवन गणेश का वास् होता है।
वास्तु शास्त्र के हिसाब से भी दोनों चीजों की बहुत सारी अहमियतें हैं। घर की सुख, शांति, समृद्धि के लिए नमक और हल्दी का घर में होना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे उपाय भी हैं जिनके अनुसार दोनों का इस्तेमाल कर बहुत सारे दोष खत्म किए जाते हैं।
मगर नमक और हल्दी को एक साथ रखना बहुत शुभ नहीं होता है। अगर आप अब तक यह करते आ रहे हैं तो संभल जाइए। वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दोनों चीजों को कभी भी एक साथ नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि इससे मतिभ्रम की संभावना रहती है। इस तरह और भी कई चीजें हैं, जिनका ध्यान रखकर आप अपने घर की सुख, शांति, समृद्धि को बनाए रख सकते हैं।
घर में किसी भी दरवाजे पर शीशा लगाने से बचें, यह स्थिति कभी भी बहुत हानिकारक हो सकती है।
प्रवेश द्वार के सामने किचन न हो, यह पाचन संबंधी बीमारियों को जन्म देता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत कम कर देता है। अगर किचन का स्थान परिवर्तन संभव न हो तो दरवाजे पर चिक या परदा अवश्य लगा दें।
जहां तक हो सके पूजाघर का द्वार लकडी का ही बनवायें, लोहे या टिन का कभी नहीं।
समृद्धि बनाए रखने के लिए घर या ऑफिस के दक्षिणी-पूर्वी भाग में क्रिस्टल रखें।
रोजगार न होने की स्थिति में अपने घर में पानी के बहाव की स्थिति देखें। उत्तरी-पूर्वी हिस्से में पानी का बहाव होने से आर्थिक स्थिति बहुत सुदृढ होती है।