सोआ अज्वाइन की फैमिली का एक प्रकार है जिसे अंग्रेजी में ‘डिल’ के नाम से जाना जाता है। इस पौधे को अधिकतर दवा के रूप में उपयोग में लिया जाता रहा है।
इसमें न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सिडेंट्स अधिक पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। यह पौधा कैंसर रोगियों के लिए भी बहुत कारगर होता है।
इसको खाने से बुखार, सर्दी , जुखाम, संक्रमण, बवासीर , अल्सर से भी छुटकारा पाया जा सकता है। आइये जानें इसके फायदे –
सोआ में कैलारी कम पायी जाती है जिससे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है। एंटीऑक्सिडेंट, फाइबर और विटामिन से भरपूर यह पौधा खून में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
इस पौधे की पत्तियों में लाइमोनीन और युजीनॉल आदि तेल मौजूद होते हैं। एनेस्थेटिक और एंटीसेप्टिक तत्व मौजूद होने के कारण यह पौधा चिकित्सीय लाभ देता है। इसमें मौजूद तेल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है हो डायबिटिक पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है।
सोआ में राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, बीटा कैरोटीन, विटामिन ए, नियासिन और विटामिन सी अधिक होता है जो शरीर के मेटाबोलिज्म को सुचारु रखता है।
डिल में कैल्शियम की उचित मात्रा होती है जिसे हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है। इसके सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से भी निजात पाया जा सकता है। रोज़ाना सोआ खाने से ऑस्टियोपोरोसिस को कम किया जा सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो इन्फेक्शन से राहत दिलाते हैं।
सोआ के सेवन से पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाया जा सकता है। इसको खाने से खराब पेट संबंधित समस्या को दूर किया जा सकता है।
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