विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने परीक्षाओं से संबंधित अपने पूर्व के दिशानिर्देशों में संशोधन किया है। UGC ने कहा- विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सितम्बर के अंत तक होंगी।
सुरक्षा, विद्यार्थियों की प्रगति और व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए, यूजीसी ने तय किया है कि इंटरमीडिएट सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन पूर्व के दिशानिर्देशों के मुताबिक आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर होगा। यूजीसी ने यह भी तय किया् है कि अंतिम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की परीक्षा सितंबर में होगी जो कि पहले जुलाई में होनी थी।
गृह मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थाओं को परीक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दे दी है। उच्च शिक्षा सचिव को लिखे एक पत्र में कहा गया है कि अंतिम सत्र की परीक्षाएं, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित की जानी चाहिए। ये परीक्षाएं केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की मानक संचालन प्रक्रिया और विश्वविद्यालयों के शैक्षिक वर्ष के अनुरूप होंगी।